शुक्रवार, 24 जून 2016

GRRR....What is this babyyyyyyy.. :(

मुझे लेज़ बहुत पसंद हैं। जब भी कोई नया फ्लेवर मार्केट में आता है तो ये मेरे लिए वो फ्लेवर ले आते हैं। इन्हें तो सिर्फ पौष्टिक खाना ही पसंद है। स्वाद में कैसा भी हो पर स्वास्थ के लिए अच्छा होना चाहिए। इनकी और मेरी फ़ूड हैबिट्स कहीं से मैच नहीं करती। जैसे ये वेजीटेरियन हैं और मैं नॉन-वेजिटेरिअन। यहीं से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं। पर एक बात इनमे बहुत अच्छी है वह यह कि ये कभी मुझे नॉन- वेज खाने के लिए मना नहीं करते। मुझे लगता है मैं कुछ ज्यादा की इमोशनल हो गई। मुझे तो इनकी बुराई करनी थी और मैं तारीफ करने लग गई। यह मुझे चिड़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। पता है इन्होने क्या किया? बताऊँ क्या आप अपनी आँखों से ही देख लीजिये। फिर भी चलिए थोड़ा हिंट दे ही देती हूँ। सोचिये जब कभी आपको कोई चीज़ खाने का बहुत मन करे और आपको पता हो कि वह चीज़ घर में ही है तो आप खुश हो जायेंगे और सोचेंगे क्यों न थोड़ा सा खा ही लिया जाए पर जब पैकेट खोलकर कुछ ऐसा दृश्य देखने को मिले तो आप क्या करेंगे? यह रहा इनका कारनामा----




उस समय मुझे गुस्सा तो बहुत आया पर क्या करती सामने होते तो बताती। गुस्सा इस बात का नहीं था कि इन्होने खाया, गुस्सा तो इस बात का था कि इन्होने मुझे चिड़ाने के लिए जान बूझ कर ऐसा किया। बाद मैं इनके घर आने पर हमलोग बहुत हँसे। :)

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