पैदा होते ही जो सबसे पहले कपड़े मैंने पहने वह सब मेरी नानी ने अपने हाथों से बुनकर भेजे थे। उन्होंने इतने दूर इंडिया से मेरे लिए अपना प्यार और मेरा पहला पार्सल भेजा।
मेरे नानू भी बहुत मज़ेदार हैं। जब डैडा ने यह फोटो फॅमिली ग्रुप में शेयर की तो नानी ने कहा- "वा! पर मोज़े बड़े हो रहें हैं हमारे मुच्चन को " BM ने कहा -"बड़े!!! यह तो पूरी जूती बन गई है इसके लिए" (BM यानि मेरे मामू ) अब सोचो नानू ने क्या कहा होगा ?? नानू की सोच वहाँ से शुरू होती है जहाँ पर हम सब की ख़तम। हाहाहा! नानू बोले-"ध्यान रखना कि बच्चे का मुँह ना ढकने पाये चादर या कम्बल से।" शायद इस फोटो में मेरे ऊपर इस कम्बल को देख कर उन्हें ऐसा लगा हो इससे पता चलता है कि नानू हम सबकी कितनी चिंता करते हैं।
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