रविवार, 14 मई 2017

Thanks Naani :)

पैदा होते ही जो सबसे पहले कपड़े मैंने पहने वह सब मेरी नानी ने अपने हाथों से बुनकर भेजे थे। उन्होंने इतने दूर इंडिया से मेरे लिए अपना प्यार और मेरा पहला पार्सल भेजा। 


यह मोज़े दिखने में तो बड़े लग रहे हैं पर यह बड़े हैं नहीं क्योंकि मैं ही छोटू सा था। माँ कहती है कि जब में पैदा हुआ था तो कुछ 2.8 kgs का था और दूसरे दिन मेरा वजन 2.5 kgs हो गया था। घर आने वाले दिन मुझे इनके ख़रीदे कोई भी कपड़े फिट ही नही आऐ तब माँ ने नानी के कपड़ों का पिटारा खोला जिससे वह कपड़े निकले जो मेरे लिए हमेशा ही बहुत विशेष रहेंगे।
मेरे नानू भी बहुत मज़ेदार हैं। जब डैडा ने यह फोटो फॅमिली ग्रुप में शेयर की तो नानी ने कहा- "वा! पर मोज़े बड़े हो रहें हैं हमारे मुच्चन को " BM ने कहा -"बड़े!!! यह तो पूरी जूती बन गई है इसके लिए" (BM यानि मेरे मामू )  अब सोचो नानू ने क्या कहा होगा ?? नानू की सोच वहाँ से शुरू होती है जहाँ पर हम सब की ख़तम। हाहाहा! नानू बोले-"ध्यान रखना कि बच्चे का मुँह ना ढकने पाये चादर या कम्बल से।" शायद इस फोटो में मेरे ऊपर इस कम्बल को देख कर उन्हें ऐसा लगा हो इससे पता चलता है कि नानू हम सबकी कितनी चिंता करते हैं।