मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

5 April 2016

29 मार्च को मेरा दसवें सप्ताह वाला अल्ट्रासाउंड था। अब हमारे बेबी के प्यारे से दो हाथ बन गए थे जो हमें उस अल्ट्रासाउंड में साफ़-साफ़ नज़र आ रहे थे। यह रही उसके उस अल्ट्रासाउंड की फोटो---


5 अप्रैल 2016, यह दिन वाक़ई में बहुत डरावना था। इस दिन से दो दिन पहले यानि 3 अप्रैल को रविवार था। हम लोग पिक्चर देख रहे थे। उस समय कुछ शाम के पांच बज रहे होंगे और मुझे अचानक से ब्लीडिंग शुरू हो गयी। हम लोग बहुत डर गऐ थे। समझ नहीं आ रहा था कि किसे फ़ोन करें। रविवार होने की वजह से कोई मिल ही नहीं रहा था। फिर मेरे पति ने मुझे मेरी उस दोस्त की याद दिलाई जो नर्स थी। मैंने उसके पर्सनल नंबर पर फ़ोन किया और उसे सब कुछ बताया। उसने मुझसे कहा कि ब्लीडिंग बहुत ज़्यादा और लाल रंग की नहीं होनी चाहिए अगर हुई तो तुमको हॉस्पिटल जाना होगा। उसने बोला 4 को यानि अगले दिन वो मेरा अल्ट्रासाउंड करेगी पर मैं यह भूल गयी थी के उसदिन सोमवार था। मैं सोमवार को अल्ट्रासाउंड के लिए नहीं जाना चाहती थी इसलिए मैंने अल्ट्रासाउंड एक दिन बाद का रखा। सोमवार का दिन कैसे निकला यह बस में ही जानती हूँ। मंगलवार को जब मेरा अल्ट्रासाउंड हुआ तो डॉक्टर ने मुझे उस अल्ट्रासाउंड की फोटो दी और बोला "डरो मत सब ठीक है।" बस यह सुनते ही मैंने चैन की साँस ली।