रविवार, 14 मई 2017

Thanks Naani :)

पैदा होते ही जो सबसे पहले कपड़े मैंने पहने वह सब मेरी नानी ने अपने हाथों से बुनकर भेजे थे। उन्होंने इतने दूर इंडिया से मेरे लिए अपना प्यार और मेरा पहला पार्सल भेजा। 


यह मोज़े दिखने में तो बड़े लग रहे हैं पर यह बड़े हैं नहीं क्योंकि मैं ही छोटू सा था। माँ कहती है कि जब में पैदा हुआ था तो कुछ 2.8 kgs का था और दूसरे दिन मेरा वजन 2.5 kgs हो गया था। घर आने वाले दिन मुझे इनके ख़रीदे कोई भी कपड़े फिट ही नही आऐ तब माँ ने नानी के कपड़ों का पिटारा खोला जिससे वह कपड़े निकले जो मेरे लिए हमेशा ही बहुत विशेष रहेंगे।
मेरे नानू भी बहुत मज़ेदार हैं। जब डैडा ने यह फोटो फॅमिली ग्रुप में शेयर की तो नानी ने कहा- "वा! पर मोज़े बड़े हो रहें हैं हमारे मुच्चन को " BM ने कहा -"बड़े!!! यह तो पूरी जूती बन गई है इसके लिए" (BM यानि मेरे मामू )  अब सोचो नानू ने क्या कहा होगा ?? नानू की सोच वहाँ से शुरू होती है जहाँ पर हम सब की ख़तम। हाहाहा! नानू बोले-"ध्यान रखना कि बच्चे का मुँह ना ढकने पाये चादर या कम्बल से।" शायद इस फोटो में मेरे ऊपर इस कम्बल को देख कर उन्हें ऐसा लगा हो इससे पता चलता है कि नानू हम सबकी कितनी चिंता करते हैं।

सोमवार, 24 अप्रैल 2017

बुधवार, 19 अप्रैल 2017

Nail Polish Shades



week 38

अब हम सब लोग रायन के आने का इंतज़ार कर रहे थे।



इस अल्ट्रासाउंड में रायन के चेहरे पर उसका हाथ आया देख कर ऐसा लग रहा था मानो वह हमसे कह रहा हो कि " मम्मा-डैडा जहाँ आप लोगो ने इतने महीने इंतज़ार किया है वहाँ कुछ दिन और सही"।

week 36



Week 35

तीन महीने कैसे बीते कुछ पता ही नहीं चला। इन तीन महीनों में मेरे स्वास्थ्य में काफ़ी उतार-चढ़ाव आऐ। मुझे Gestational Diabetes हो गई। वजन बड़ना तो छोड़िऐ कम होने लगा जो मेरे बच्चे कि ग्रोथ के लिए ठीक नहीं था। मेरा Cervix 3cm खुल गया था और यह मेरे लिए ही अच्छा था क्योँकि नार्मल डिलीवरी कौन नहीं चाहता। यह रहीं पैंतीसवें सप्ताह की कुछ तस्वीरें---


सोमवार, 17 अप्रैल 2017

Week 20

अब मेरा अगला अपॉइंटमेंट नौ जून का था। दुःख इस बात का नहीं था कि मेरा अगला अपॉइंटमेंट इतने दूर है। दुःख इस बात का था कि मैं अपने बच्चे को देख नहीं पाऊँगी। हर दूसरे सप्ताह मुझे उसे देखने की आदत सी हो गई थी। खैर वक़्त तो निकल ही जाता है और मेरा यह वक्त भी निकल ही गया। उस दिन होने वाला अल्ट्रासाउंड दूसरे तिमाही का पहला अल्ट्रासाउंड था और देखा जाऐ तो आँखरी भी क्योँकि अब अगला अल्ट्रासाउंड सीधे सितम्बर में होना था और अक्टूबर में मेरी डिलीवरी थी :)। हम लोग इस अल्ट्रासाउंड का कई हफ़्तों से इंतज़ार कर रहे थे। अब हम साफ़-साफ़ अपने बच्चे को देख सकते थे। उस दिन हम लोग बहुत-बहुत-बहुत खुश थे।




 

उस दिन जब मुझे इस अल्ट्रासाउंड की तस्वीरें मिली तो सोचिये सबसे पहले मैंने क्या बोला होगा????????
यही कि बेबी बिलकुल मेरे जैसा लगता है  😎😎